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Agni-5 Ballistic Missile Launch: भारत ने किया अग्नि-5 मिसाइल का सफल रात्रि परीक्षण: जानिए इसकी क्षमताएं और रणनीतिक महत्व

Agni-5 Ballistic Missile Launch: भारत ने अग्नि-5 (Agni-5) इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण (Trial) किया

             

              यह मिसाइल परीक्षण (Trial) देश की रक्षा प्रणाली और रणनीतिक ताकत के लिए एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है। यह मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से विकसित की गई है और इसकी मारक क्षमता 5000 किमी से अधिक है।

प्रमुख विशेषताएं: अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-5 Ballistic Missile)

               इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे इंटरसेप्टर मिसाइल के बिना रोका नहीं जा सकता है। इसका मतलब यह है कि यह दुश्मन के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है।

🚀 अग्नि मिसाइल शृंखला: भारत की रणनीतिक शक्ति की रीढ़

               भारत की ‘अग्नि मिसाइल शृंखला’ देश की परमाणु हमले की क्षमता का मूल आधार है। ये मिसाइलें विविध दूरी तक मार करने में सक्षम हैं और इन्हें DRDO द्वारा विकसित किया गया है।

मिसाइल रेंज (किमी) विशेषताएं
अग्नि-1 700–800 कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल
अग्नि-2 2000+ मध्यम दूरी की मिसाइल
अग्नि-3 2500+ अधिक दूरी तक सटीक मार
अग्नि-4 3500+ रोड मोबाइल लॉन्चर से फायर
अग्नि-5 5000+ ICBM, उच्च स्तरीय परमाणु प्रतिरोध क्षमता

एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)

               IGMDP भारत का वह स्वदेशी कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता प्राप्त की गई। इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 1983 में प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के नेतृत्व में हुई और इसे 2012 में सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया।

IGMDP के तहत विकसित मिसाइलें:

  1. पृथ्वी – सतह से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल

  2. अग्नि – मध्यम से लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल

  3. त्रिशूल – कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल

  4. नाग – तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल

  5. आकाश – मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल

रणनीतिक महत्व: भारत की आत्मरक्षा प्रणाली को मजबूती

               अग्नि-5 मिसाइल भारत की “Minimum Credible Deterrence” नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मिसाइल चीन जैसे दूरस्थ देशों में स्थित लक्ष्य को भी भेदने में सक्षम है, जिससे भारत की सुरक्षा स्थिति और रणनीतिक संतुलन और मजबूत होता है।

✍️ निष्कर्ष

भारत द्वारा अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल रात्रि परीक्षण न केवल स्वदेशी रक्षा तकनीक की सफलता को दर्शाता है, बल्कि यह देश की रणनीतिक क्षमता और आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) की दिशा में एक बड़ा कदम है।

MIRV = Multiple Independently targetable Re-entry Vehicles
(मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल्स)

काम करने का तरीका

  1. लॉन्च फेज़ – मिसाइल ज़मीन से छोड़ी जाती है और अंतरिक्ष की ऊँचाई तक पहुँचती है।

  2. मिड-कोर्स फेज़ (Space Phase) – मिसाइल के शीर्ष पर लगे “पेलोड बस” (Post-Boost Vehicle) वारहेड्स को carry करती है।

  3. Re-entry Phase – यह बस अपने प्रोग्राम्ड टार्गेट के अनुसार अलग-अलग वारहेड्स को अलग-अलग कोण पर छोड़ देती है।

  4. Impact Phase – छोड़े गए हर वारहेड अलग-अलग शहरों/सैन्य ठिकानों को हिट कर सकते हैं।

MIRV तकनीक की विशेषताएँ

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर MIRV

रणनीतिक महत्व (Strategic Significance)

अग्नि-5 जैसी मिसाइलें भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत परमाणु शक्ति बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। यह आधुनिक मिसाइल तकनीक का “एक तीर, कई निशाने” वाला संस्करण है।

https://x.com/DRDO_India/status/1767203664932864279

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