JSW Cement IOP Allotment कंपनी से जुड़ी ताज़ा खबरें:-
JSW Cement ने अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) सीमा ₹139 से ₹147 प्रति शेयर निर्धारित की है। इस IPO के माध्यम से कंपनी ₹3,600 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखती है, जिसमें ₹1,600 करोड़ का नया शेयर निर्गम और ₹2,000 करोड़ का ऑफर‑फॉर‑सेल (OFS) शामिल है। प्रारंभ में ₹4,000 करोड़ जुटाने की योजना थी, जिसे बाद में संशोधित करके ₹3,600 करोड़ कर दिया गया है।
IPO की बुक रनिंग लीड मैनेजर और रजिस्ट्रार की भूमिका विभिन्न प्रमुख वित्तीय संस्थाओं—जैसे कि JM Financial, Axis Capital, Citi Global Markets India, Kotak Mahindra Capital, SBI Capital Markets—and Kfin Technologies द्वारा निभाई जा रही है।
कंपनी ने anchor निवेशकों के माध्यम से ₹1,080 करोड़ जुटाए। 52 anchor निवेशकों को ₹147 प्र…
[1:04 am, 14/8/2025] Radhe Radhe: JSW Cement IOP कंपनी से जुड़ी ताज़ा खबरें:-
JSW Cement ने अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक IPO सीमा ₹139 से ₹147 प्रति शेयर निर्धारित की है। इस IPO के माध्यम से कंपनी ₹3,600 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखती है, जिसमें ₹1,600 करोड़ का नया शेयर लायेगी और ₹2,000 करोड़ का ऑफर‑फॉर‑सेल (OFS) में शामिल है। प्रारंभ में ₹4,000 करोड़ जुटाने की योजना थी, जिसे बाद में संशोधित करके ₹3,600 करोड़ कर दिया गया है।
IPO की बुक रनिंग लीड मैनेजर और रजिस्ट्रार की भूमिका विभिन्न प्रमुख वित्तीय संस्थाओं—जैसे कि JM Financial, Axis Capital, Citi Global Markets India, Kotak Mahindra Capital, SBI Capital Markets—and Kfin Technologies द्वारा निभाई जा रही है।
कंपनी ने anchor निवेशकों के माध्यम से ₹1,080 करोड़ जुटाए। 52 anchor निवेशकों को ₹147 प्रति शेयर की दर से 73.4 मिलियन (7.34 करोड़) शेयर आवंटित किए गए। इस समूह में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और घरेलू संस्थागत निवेशक शामिल थे, जैसे BlackRock, Nomura, UBS, Amundi, Morgan Stanley, Government of Singapore, Abu Dhabi Investment Authority, SBI Mutual Fund, SBI Life Insurance, Aditya Birla Sun Life AMC, Tata Mutual Fund, Motilal Oswal Mutual Fund आदि।
IPO की सब्सक्रिप्शन स्थिति निम्नानुसार रही:
IPO की शुरुआत (7 अगस्त) पर 29% तक सब्सक्राइब हुआ।
अंत तक, कुल सब्सक्रिप्शन 7.7 गुना से अधिक हुआ, यानी लगभग 7.77× over subscription
Reuters के अनुसार, तीसरे दिन (11 अगस्त) IPO पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। कुल बिड्स की मात्रा सोशेयर से 1.31 गुनी थी।
Business Today की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरे दिन तक रिटेल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन करीब 0.64%, NIIs का करीब 45%, और QIBs (Qualified Institutional Buyers) का केवल 23% रहा; बावजूद इसके, कुल मिलाकर तीन दिन में लगभग 2.72 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ।
वित्तीय वर्ष 2024–25 में JSW Cement ने ₹5,813 करोड़ (या ₹5,914.67 करोड़) का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष ₹6,028.1 करोड़ से कम था। इस अवधि में कंपनी को ₹163.77 करोड़ (FY25) का घाटा हुआ, जबकि FY24 में ₹62 करोड़ का लाभ था। इस घाटे का कारण निवेश और एक‑बार की मूल्य समायोजन (one‑off fair value adjustments) बताया गया है।
IPO से जुटाए गए ₹1,600 करोड़ में से ₹800 करोड़ का उपयोग नए इंटीग्रेटेड सीमेंट यूनिट (Nagaur, Rajasthan) के निर्माण में, ₹520 करोड़ का उपयोग कर्ज भुगतान में, और शेष कॉर्पोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।
IPO के इश्यू के पूर्व भारतीय स्टॉक मार्केट में Grey Market Premium (GMP) की स्थिति से यह संकेत मिलता है कि लिस्टिंग पर मामूली लाभ की उम्मीद की जा रही है:
एक रिपोर्ट में आईपीओ की शुरूआती अवधि में GMP ₹12–13 (लगभग 8% प्रीमियम) तक था।
लेकिन अंत में GMP गिरकर ₹4.5 पर आ गया, जो अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹151.5 (IPO की ऊपरी बैंड ₹147 से लगभग 3.06% अधिक) का संकेत था।
अद्भुत निवेश रणनीति की मिसाल देते हुए, SBI ने अपनी कमिटमेंट ₹57.75 करोड़ में 125% का रिटर्न हासिल किया—₹78 करोड़ का लाभ IPO सूचीबद्ध होने से पहले ही। यह लाभ विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि GMP(Good Manufacturing Practices) सिर्फ लगभग 3% की लिस्टिंग लाभ की ओर इशारा कर रहा था।
कंपनी की परिचालन क्षमता के बारे में जानकारी:-
पहली तिमाही तक JSW Cement की ग्राइंडिंग क्षमता 20.60 MMTPA(Million Metric Tonnes Per Annum) और क्लिंकर क्षमता 6.44 MMTPA थी, जो साउदर्न, ईस्टर्न और वेस्टर्न भारत में फैली सात इकाइयों (एक integrated unit, एक clinker unit, और पाँच grinding units) के माध्यम से संचालित हुई।
कंपनी GGBS (ground granulated blast furnace slag) उत्पादों की भारत में सबसे बड़ी निर्माता बन चुकी है, जिसमें FY25 में लगभग 84% बाजार हिस्सेदारी थी।
विस्तार योजनाओं में कंपनी अपनी ग्राइंडिंग क्षमता को लगभग दोगुना (41.85 MMTPA(Million Metric Tonnes Per Annum)) और क्लिंकर क्षमता को लगभग दोगुना (13.04 MMTPA) करने का लक्ष्य रखती है—यह दोनों greenfield और brownfield परियोजनाओं के माध्यम से संभव होगा।
लिस्टिंग के दृष्टिकोण से, कंपनी के शेयर 14 अगस्त 2025 को BSE और NSE पर सूचीबद्ध होने वाले हैं।

FILE PHOTO: The logo of JSW is seen on the company’s headquarters in Mumbai, India, February 11, 2016. Picture taken February 11, 2016. REUTERS/Danish Siddiqui/File Photo
मुख्य हाइलाइट:-
IPO मूल्य सीमा, प्रारंभिक योजना, और संशोधित राशि।
Anchor निवेशकों द्वारा धन जुटाना, नामी संस्थानों की भागीदारी।
सब्सक्रिप्शन स्थिति का विस्तृत विवरण, जिसमें रिटेल, NII(Non-Institutional Investor), QIB(Qualified Institutional Buyer) और कुल अनुपात शामिल हैं।
वित्तीय वर्ष 2024–25 के राजस्व और घाटे की स्थिति, कारण और पहले वाली स्थिति रही।
IPO से मिलने वाले फंड का उपयोग—Nagaur प्लांट का निर्माण, ऋण निपटान, कॉर्पोरेट खर्च।
गौण और लिस्टिंग लाभ के संकेत—GMP(Good Manufacturing Practices) की स्थिति में उतार-चढ़ाव, SBI का पहले की सूची में लाभ।
परिचालन क्षमता, विस्तार योजनाएं, GGBS(Ground Granulated Blast Furnace Slag) उत्पाद में अग्रणी स्थिति।
सूचीकरण की पुष्टि—14 अगस्त 2025।
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